सरकार ने 12 एचएएल निर्मित एसयू-30 एमकेआई लड़ाकू जेट और ध्रुवास्त्र मिसाइलों की खरीद को मंजूरी दी

सरकार ने 12 एचएएल निर्मित एसयू-30 एमकेआई लड़ाकू जेट और ध्रुवास्त्र मिसाइलों की खरीद को मंजूरी दी

भारत की रक्षा क्षमताओं के लिए एक महत्वपूर्ण विकास में, सरकार ने 12 एचएएल निर्मित Su-30 MKI लड़ाकू जेट और ध्रुवास्त्र मिसाइलों की खरीद को हरी झंडी दे दी है। यह निर्णय अपने सशस्त्र बलों को मजबूत करने और अपने सुरक्षा तंत्र को बढ़ाने के लिए देश की प्रतिबद्धता को रेखांकित करता है।

शरीर:

अनुच्छेद 1: सिंहावलोकन
12 Su-30 MKI लड़ाकू विमानों और ध्रुवास्त्र मिसाइलों की खरीद भारत की वायु सेना के आधुनिकीकरण की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। ये अधिग्रहण न केवल देश की रक्षा क्षमताओं को मजबूत करेंगे बल्कि रक्षा क्षेत्र में इसकी आत्मनिर्भरता में भी योगदान देंगे।

पैराग्राफ 2: Su-30 MKI फाइटर जेट
Su-30 MKI रूस के लाइसेंस के तहत हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड (HAL) द्वारा निर्मित एक अत्याधुनिक लड़ाकू विमान है। अपनी बहुमुखी प्रतिभा और उन्नत तकनीक के लिए जाना जाने वाला Su-30 MKI भारत के हवाई बेड़े में एक शानदार अतिरिक्त है। इसकी क्षमताओं में हवाई श्रेष्ठता, जमीनी हमला और लंबी दूरी की मारक क्षमता शामिल है, जो इसे भारतीय वायु सेना के लिए एक बहुमुखी संपत्ति बनाती है।

पैराग्राफ 3: ध्रुवास्त्र मिसाइलें
ध्रुवास्त्र, एक स्वदेशी एंटी-टैंक गाइडेड मिसाइल, इस खरीद का एक अन्य महत्वपूर्ण घटक है। रक्षा अनुसंधान और विकास संगठन (डीआरडीओ) द्वारा विकसित ध्रुवास्त्र को भारतीय सेना की टैंक रोधी क्षमताओं को बढ़ाने के लिए डिज़ाइन किया गया है। ये मिसाइलें अत्यधिक सटीक हैं और युद्ध के मैदान पर बख्तरबंद खतरों को प्रभावी ढंग से बेअसर कर सकती हैं।

पैराग्राफ 4: राष्ट्रीय सुरक्षा को मजबूत करना
यह निर्णय अपनी राष्ट्रीय सुरक्षा को मजबूत करने और रक्षा उपकरणों के लिए विदेशी आयात पर निर्भरता को कम करने की भारत की प्रतिबद्धता के अनुरूप है। यह “मेक इन इंडिया” पहल में योगदान करते हुए स्वदेशी रक्षा विनिर्माण के लिए सरकार के समर्थन पर भी प्रकाश डालता है।

अनुच्छेद 5: रक्षा तैयारियों पर प्रभाव
इन लड़ाकू विमानों और मिसाइलों के अधिग्रहण से भारत की रक्षा तैयारियों को काफी बढ़ावा मिलेगा, खासकर उभरती क्षेत्रीय और वैश्विक सुरक्षा चुनौतियों की पृष्ठभूमि में। यह अपनी संप्रभुता की रक्षा और अपने हितों की रक्षा के लिए भारत के दृढ़ संकल्प की पुष्टि करता है।

निष्कर्ष:
12 Su-30 MKI लड़ाकू जेट और ध्रुवास्त्र मिसाइलों की खरीद को सरकार की मंजूरी भारत के रक्षा आधुनिकीकरण प्रयासों में एक महत्वपूर्ण क्षण है। इन अधिग्रहणों से न केवल देश की सुरक्षा बढ़ेगी बल्कि रक्षा उत्पादन में आत्मनिर्भरता की प्रतिबद्धता भी रेखांकित होगी। जैसे-जैसे भारत अपनी रक्षा क्षमताओं को मजबूत कर रहा है, वह आत्मविश्वास के साथ भविष्य की चुनौतियों का सामना करने के लिए तैयार है।

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AUTHORRavinder Giri

Ravinder Giri is an Indian Reporter and Journalist.

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